उसके हिस्से की धूप : मृदुला गर्ग | Uske Hisse Ki Dhoop : Mridula Garg

उसके हिस्से की धूप उपन्यास की कथावस्तु में नारी जीवन की आत्म-सार्थकता की तलाश, प्रेम त्रिकोण, समाज में बड़े व्यापक स्तर पर फैले स्त्री-पुरुष के दाम्पत्य जीवन, उसमें होने वाले…

Continue Readingउसके हिस्से की धूप : मृदुला गर्ग | Uske Hisse Ki Dhoop : Mridula Garg

पुरुष तन में फँसा मेरा नारी मन | Purush Tan Mein fansa Mera Nari Man By : Manobi Bandyopadhyay

पुरुष तन में फँसा मेरा नारी मन उपन्यास की निम्न पंक्तियाँ अपने-आप में वह सब कुछ बयां कर देती हैं जो पहले अपनी अपूर्णता से पूर्णता की तलास और फिर…

Continue Readingपुरुष तन में फँसा मेरा नारी मन | Purush Tan Mein fansa Mera Nari Man By : Manobi Bandyopadhyay

नागार्जुन का जीवन परिचय | Nagarjun Biography in Hindi

बाबा नागार्जुन के जन्म के सन्दर्भ में विभिन्न भ्रान्तियाँ विद्यमान हैं | किन्तु पूर्ण रूपेण स्वीकृत किया गया है कि नागार्जुन का जन्म 11 जून सन्‌ 1911 ज्येष्ठ मास को…

Continue Readingनागार्जुन का जीवन परिचय | Nagarjun Biography in Hindi

उषा प्रियंवदा कृत नदी उपन्यास | Nadi Upnayas By : Usha Privyamvada

आज हिंदी साहित्य में नारी ,दलित,आदिवासी एवं किन्नर साहित्य भी भांति ही प्रवासी साहित्य की अपनी जड़े मजबूत करते हुए हिंदी साहित्य को समृद्ध कर रहा है | रोजी-रोटी की…

Continue Readingउषा प्रियंवदा कृत नदी उपन्यास | Nadi Upnayas By : Usha Privyamvada

कैलाशचंद चौहान कृत भंवर उपन्यास – दलित स्त्री की संघर्षगाथा | Bhanvar Upnayas By : Kailashchand Chauhan

हिंदी साहित्य के जाने माने दलित लेखक कैलाशचंद चौहान रचित एवं 2013 में प्रकाशित भंवर उपन्यास में दलित लोगों के संघर्ष, उनकी सोच, स्त्री शिक्षा के प्रति उनका नजरिया, जाति…

Continue Readingकैलाशचंद चौहान कृत भंवर उपन्यास – दलित स्त्री की संघर्षगाथा | Bhanvar Upnayas By : Kailashchand Chauhan

अकाल में उत्सव उपन्यास : कृषक जीवन की त्रासदी | Akaal mein Utsav Upnayas By : Pankaj Subir

 “टप्प ... आंगन में पहली बूंद गिरी | बूंद की आवाज ने उस छोटे से टूटे-फूटे मकान के अन्दर दहशत भर दी | उस साधारण सी आवाज में कितनी दहशत…

Continue Readingअकाल में उत्सव उपन्यास : कृषक जीवन की त्रासदी | Akaal mein Utsav Upnayas By : Pankaj Subir

मैं हिजड़ा मैं लक्ष्मी : बदलाव के पदचिह्न | Main Hijada Main Laxmi by : Laxminarayan Tripathi

हमारा पूरा समाज स्त्री और पुरुष इन्ही  दो वर्गों में विभाजित है | इन्ही से ही सम्पूर्ण समाज का अस्तित्व माना जाता है | किन्तु इन्ही स्त्री और पुरुष के…

Continue Readingमैं हिजड़ा मैं लक्ष्मी : बदलाव के पदचिह्न | Main Hijada Main Laxmi by : Laxminarayan Tripathi

पोस्ट बॉक्स नं. 203 नाला सोपारा उपन्यास में किन्नरों की स्थिति | Post Box No. 203 Nala Sopara Upnayas By : Chitra Mudgal

पोस्ट बॉक्स नं. 203 नाला सोपारा पत्राचार शैली में लिखा गया एक मर्मस्पर्शी उपन्यास है जो समाज के मुखौटे को अपने प्रश्नों से कुरेदकर निकालता है

Continue Readingपोस्ट बॉक्स नं. 203 नाला सोपारा उपन्यास में किन्नरों की स्थिति | Post Box No. 203 Nala Sopara Upnayas By : Chitra Mudgal

‘जिंदगी 50-50’ उपन्यास : अधूरी देह की पूरी कहानी | ‘Jindagi 50-50’ Upnayas By : Bhagvant Anmol

एक किन्नर को उसके अपने परिवार, समाज से मिले दर्द तथा उसके साथ हुए अन्याय आदि को लेकर लिखा गया यह उपन्यास अपने आप में इस समाज के समक्ष अनेकों…

Continue Reading‘जिंदगी 50-50’ उपन्यास : अधूरी देह की पूरी कहानी | ‘Jindagi 50-50’ Upnayas By : Bhagvant Anmol

रमणिका गुप्ता के ‘मौसी’ उपन्यास में आदिवासी नारी | ‘Mausi’ Upnayas By : Ramanika Gupta

आदिवासी व दलित रमणिका गुप्ता की रचनाओं के केंद्र में रहे है | उन्होंने नारी मुक्ति के अतिरिक्त आदिवासी साहित्यिक स्वर को व्यापकता प्रदान की तथा मजदूर आंदोलनों को बल…

Continue Readingरमणिका गुप्ता के ‘मौसी’ उपन्यास में आदिवासी नारी | ‘Mausi’ Upnayas By : Ramanika Gupta