सुशीला टाकभौरे का संक्षिप्त जीवन परिचय | Sushila Takbhoure Biography in Hindi
सुशीला टाकभौरे का जन्म दिनांक 4 मार्च 1954 को मध्यप्रदेश के जिला होशंगाबाद में बनापुरा गाँव में हुआ था | सुशीला जी हिंदी दलित साहित्य की अग्रणी महिला साहित्यकारों में…
सुशीला टाकभौरे का जन्म दिनांक 4 मार्च 1954 को मध्यप्रदेश के जिला होशंगाबाद में बनापुरा गाँव में हुआ था | सुशीला जी हिंदी दलित साहित्य की अग्रणी महिला साहित्यकारों में…
जंगल में जन्म और जंगल में ही अपना सम्पूर्ण जीवन बिता देने वाले और जो आदिकाल से जंगल में ही रहते हों ,जंगल से प्राप्त वस्तुओं पर ही जिनका जीवन…
मृदुला गर्ग समकालीन महिला लेखिकाओं में एक विशिष्ट स्थान रखती हैं | बहुचर्चित औपन्यासिक रचनाओं के अतिरिक्त हिंदी कहानी के क्षेत्र में भी शसक्त रचनाएँ देकर उन्होंने हिंदी साहित्य जगत…
नासिरा शर्मा आधुनिक महिला साहित्यकारों में एक विशिष्ट स्थान रखती हैं | उनका जन्म 22 अगस्त सन् 1948 में इलाहाबाद के एक समृद्ध सिया मुस्लिम परिवार में हुआ था |…
हमारे पूरे समाज का ताना बाना स्त्री और पुरुष इन्हीं दोनों के इर्द-गिर्द घूमता रहता है मानों इन्हीं से ही सम्पूर्ण समाज का अस्तित्व हो | परन्तु इन पूर्ण पुरुष…
मृदुला गर्ग का जन्म 25 अक्टूबर 1938 में कलकत्ता में हुआ था | पिता का तबादला होने के कारण लगभग तीन वर्ष की आयु में वे दिल्ली आ गयीं जहाँ…
हिंदी के युवा साहित्यकारों में मनीषा कुलश्रेष्ठ एक कहानीकार और उपन्यासकार के रूप में विशेष स्थान रखती हैं। मनीषा कुलश्रेष्ठ की कहानियां अपने विषय वैविध्य के कारण विशेष रूप से…
व्यंग्य की उत्पत्ति ही सामाजिक विसंगतियों, विद्रूपताओं, पाखंडों तथा विरोधाभासों से उपजने वाले असंतोष से होती है | इसके माध्यम से एक रचनाकार अपने अनुभवों तथा अपने आस-पास के परिवेश की विसंगतियों को अप्रत्यक्ष…
हिंदी साहित्य में दलित विमर्श, स्त्री विमर्श , आदिवासी विमर्शों की ही भांति किन्नर विमर्श आज किन्नरों के जीवन की हकीकतों को परत-दर परत खोलता चला जा रहा है |…
सत्य व्यास आधुनिक हिंदी के पेशेवर-शौकिया लेखक हैं | वह बीएचयू के प्रतिष्ठित लॉ स्कूल से लॉ ग्रेजुएट हैं और लॉजिस्टिक प्रोफेशनल हैं । उनके उपन्यासों की भाषा को "नई…