मैनेजर पाण्डेय का जीवन परिचय | Manager Pandey Biography in hindi

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मैनेजर पाण्डेय जी का जन्म 23 सितम्बर 1941 में गोपालगंज जिले के लोहटी गाँव में हुआ था | हिंदी आलोचना के क्षेत्र में उनका योगदान अप्रतिम रहा है | वे एक बहुत ही अच्छे वक्ता भी रहे हैं | उनकी रचनाएँ पाठक को सोचने और सीखने के लिए प्रेरित करती रही हैं | अपने 82 वर्ष के जीवन काल में मैनेजर पाण्डेय जी ने भिन्न-भिन्न संस्थानों में अध्यापन कार्य करने के अलावा अपनी रचनाओ से हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है तथा अपनी आलोचनात्मक कृतियों से जागरूकता फ़ैलाने का भी कार्य किया है | हिंदी साहित्य के जाने-माने लेखक ‘प्रेमचंद’ और ‘सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ से वे काफी प्रभावित रहे | वे प्रायः युवाओं को उनसे सीख लेने की प्रेरणा देते रहते थे |

लेखक का नाममैनेजर पाण्डेय
जन्म तिथि23 सितम्बर 1941
पिता का नामब्रह्मदेव पाण्डेय
माता का नामलखपति देवी
पुत्र का नाम राहुल पाण्डेय
मृत्यु की तिथि06 नवम्बर 2022

माता पिता और परिवार

मैनेजर पाण्डेय जी के पिता का नाम ब्रह्मदेव पाण्डेय तथा माता का नाम लखपति देवी था | उनके माता – पिता शिक्षित नहीं थे किन्तु वे अपने पुत्र की शिक्षा – दीक्षा के प्रति बेहद ही सजग थे | उन्होंने उनकी शिक्षा में कोई भी कमी नहीं आने दी |

शिक्षा

मैनेजर पाण्डेय जी की प्रारंभिक शिक्षा उनके गाँव में ही समपन्न हुयी | उन्होंने प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा कटैया के जी.ए. हाईस्कूल से हासिल की | चूँकि उनका विद्यालय गाँव से लगभग 8 किलोमीटर दूर था, अतः उन्हें अपनी प्रारंभिक शिक्षा के दौरान कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा | उन्होंने अपनी हाई स्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया | उनके स्कूल के दिनों मे उनके अध्यापक रहे श्री शेख वाजिद तथा लक्ष्मण पाठक जी का बालक मैनेजर पाण्डेय के मन में साहित्य के प्रति लगाव का बीज बोने में काफी योगदान रहा |

गाँव के नजदीक उच्च शिक्षा हेतु समुचित व्यवस्था न होने के कारन उन्हें वाराणसी आना पड़ा | यहाँ पर उन्होंने डीएवी कॉलेज से वर्ष 1963 में स्नातक की डिग्री हासिल की | परास्नातक में अध्ययन हेतु बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया और वर्ष 1968 में ‘सूर का काव्य : परंपरा और प्रतिभा’ विषय पर जगन्नाथ शर्मा के निर्देशन में अपनी पी.एच.डी. की डिग्री हासिल की | स्नातक काल में उनका जुड़ाव गाँधीवादी विचारधारा से रहा | बनारस यूनिवर्सिटी में मार्क्सवादी विचारधारा ने उन्हें काफी प्रभावित किया |

व्यवसाय

मैनेजर पाण्डेय जी ने व्यवसायिक जीवन का आरम्भ बरेली कॉलेज से आरम्भ किया | अपना शोध कार्य संपन्न करने के उपरांत वर्ष 1969 में उन्हें बरेली कॉलेज में नौकरी मिली और उन्होंने यही से अपने अध्यापन कार्य का आरम्भ किया | उसके उपरांत वर्ष 1971 में वे जोधपुर विश्वविद्यालय में लेक्चरर के पद पर नियुक्त हुए जहाँ उनके अध्यापन का कार्यकाल कुल छः वर्षों का रहा |

वर्ष 1977 में जवाहरलाल नेहरु विश्विद्यालय के भारतीय भाषा केंद्र में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त हुए | जीवनपर्यंत जवाहरलाल नेहरु विश्विद्यालय ही उनकी कर्म स्थली बनी रही और यही से वर्ष 2006 में वे सेवानिवृत्त हुए |

मैनेजर पाण्डेय की रचनाएँ

बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में अपने अध्ययन के दौरान उन्होंने अपने आलोचनात्मक लेखन का आरम्भ किया | उनके प्रारंभिक लेख शान्तिनिकेतन से प्रकाशित होने वाली पत्रिकाओं जैसे ‘प्रज्ञा’ तथा ‘विश्वभारती’ आदि में प्रकाशित होते रहे | इसी काल को उनके आलोचनात्मक लेखन का आरम्भ माना जा सकता है | उनके आलोचना कर्म का सुव्यवस्थित प्रारंभ जोधपुर विश्वविद्यालय के कार्यकाल में हुआ जहाँ उन्होंने ‘शब्द और कर्म’ तथा ‘साहित्य और इतिहास दृष्टि‘ जैसी रचनाओ को हिंदी साहित्य जगत को दिया | इन्होने मैनेजर पाण्डेय जी को एक आलोचक के रूप में प्रतिस्थापित किया | इसके अतिरिक्त अनभै सांचा, संकट के बावजूद, भक्ति आंदोलन और सूरदास का काव्य तथा आलोचना की सामाजिकता जैसी उनकी रचनाओं ने हिंदी आलोचनात्मक लेखन में उन्हें एक अलग मुकाम देने का कार्य किया है |

मैनेजर पाण्डेय की आलोचनात्मक पुस्तकें

मैनेजर पाण्डेय जी की बहुचर्चित आलोचनात्मक पुस्तकें निम्न प्रकार से हैं –

क्रमपुस्तक के नामप्रकाशन वर्ष
1शब्द और कर्म 1981
2साहित्य और इतिहास दृष्टि 1981
3कृष्ण कथा की परंपरा और सूरदास का काव्य 1982
4साहित्य के समाजशास्त्र कि भूमिका 1989
5अनभै सांचा 2002
6आलोचना कि सामाजिकता 2005
7मैनेजर पाण्डेय : संकलित निबंध 2008
8हिंदी कविता का अतीत और वर्तमान 2013
9आलोचना में सहमित असहमति 2013
10उपन्यास और लोकतंत्र 2013
11भारतीय समाज में प्रतिरोध कि परंपरा2013
12शब्द और साधना

मैनेजर पाण्डेय कीसम्पादित पुस्तकें

मैनेजर पाण्डेय जी की सम्पादित पुस्तकें निम्न प्रकार से हैं –

क्रमपुस्तक के नामप्रकाशन वर्ष
1मुक्ति की पुकार 1996
2सीवान कि कविता 1998
3संकट के बावजूद1998
4कुमार विकल कि कवितायेँ 1999
5देश कि बात 2005
6माधवराव सप्रे : प्रतिनिधि संकलन 2009
7नागार्जुन : चयनित कवितायेँ 2011
8सूर संचयिता 2012
9पराधीनो कि विजय यात्रा है 2014
10मुग़ल बादशाहों की हिंदी कविता 2016
11लोकगीतों और गीतों में
12आचार्य द्विवेदी की स्मृति में 2015

साक्षात्कार

मैनेजर पाण्डेय जी की निम्न साक्षात्कारों की पुस्तकें भी प्रकाशित हुयी हैं –

क्रमपुस्तक के नामप्रकाशन वर्ष
1मेरे साक्षात्कार 1998
2मैं भी मुंह में जबान रखता हूँ 2005
3संवाद परिसंवाद 2013
4बतकही 1999

मैनेजर पाण्डेय की उपलब्धियाँ (सम्मान)

  • साहित्य अकादमी, दिल्ली द्वारा वर्ष 2016-2017 का शलाका सम्मान |
  • रामचंद्र शुक्ल शोध संस्थान सम्मान |
  • साहित्य अकादमी द्वारा दिल्ली साहित्यकार सम्मान |
  • वाराणसी से गोकुलचंद शुक्ल सम्मान |
  • राष्ट्रीय दिनकर सम्मान |
  • दक्षिण भारत प्रचार सभा द्वारा सुब्रहय सम्मान |

Dr. Anu Pandey

Assistant Professor (Hindi) Phd (Hindi), GSET, MEd., MPhil. 4 Books as Author, 1 as Editor, More than 30 Research papers published.

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